वैश्विक विशिष्ट रसायन कंपनी लुब्रिजोल कॉर्पोरेशन, औरंगाबाद में विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए लगभग 200 मिलियन डॉलर (लगभग ₹1,680 करोड़) निवेश करने की योजना बना रही है।
कंपनी ने संयंत्र के लिए 120 एकड़ जमीन खरीदने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं और शुरुआत में क्षेत्र के बढ़ते परिवहन और औद्योगिक तरल पदार्थ बाजारों की जरूरतों को पूरा करने की योजना बना रही है।
इस स्थल पर विनिर्माण का प्रारंभ 2028 में लुब्रिजोल की 100वीं वर्षगांठ के साथ होने की उम्मीद है।
उम्मीद है कि यह संयंत्र कंपनी का विश्व स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा तथा भारत में सबसे बड़ा विनिर्माण संयंत्र होगा।
लुब्रिजोल एडिटिव्स के अध्यक्ष फ्लेवियो क्लिगर ने कहा कि नई सुविधा से एडिटिव्स व्यवसाय के लिए कंपनी की स्थानीय क्षमता में वृद्धि होगी तथा विभिन्न क्षेत्रों में लुब्रिजोल के अन्य व्यवसायों को सहायता मिलेगी।
पिछले वर्ष, लुब्रिजोल ने गुजरात के विलायत में सीपीवीसी रेजिन संयंत्र के निर्माण के लिए 150 मिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की थी, जिसकी क्षमता दहेज इकाई की क्षमता से दोगुनी होगी, साथ ही नवी मुंबई में एक ग्रीस लैब खोलने तथा अतिरिक्त स्थानीय नियुक्ति और नवाचार की भी घोषणा की थी।
इस वर्ष कंपनी ने क्षेत्र में अपनी वृद्धि को गति देने तथा ग्राहकों और कर्मचारियों के बीच निकट सहयोग को सक्षम बनाने के लिए पुणे में अपना पहला वैश्विक क्षमता केंद्र खोला।
लुब्रिजोल (भारत, मध्य पूर्व और अफ्रीका) की प्रबंध निदेशक भावना बिंद्रा ने कहा कि कंपनी भारत-आधारित विनिर्माण से लेकर क्षेत्रीय नवाचार और स्थानीय प्रतिभा में निरंतर निवेश तक स्थानीय-के-लिए-स्थानीय दृष्टिकोण के महत्व को समझती है।
लुब्रिजोल एडिटिव्स (आईएमईए) के उपाध्यक्ष और लुब्रिजोल इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नितिन मेंगी ने कहा कि भारत में बढ़ते परिवहन और औद्योगिक बाजार एक जबरदस्त अवसर प्रस्तुत करते हैं और कंपनी इन उद्योगों के उज्ज्वल भविष्य का हिस्सा बनकर रोमांचित है।