ईवी निर्माता ओला इलेक्ट्रिक ने 30 जून, 2024 को समाप्त तिमाही के लिए ₹1,644 करोड़ का परिचालन राजस्व दर्ज किया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में ₹1,243 करोड़ से 32.3 प्रतिशत अधिक है।
समेकित शुद्ध घाटा ₹347 करोड़ (₹267 करोड़) रहा। हालांकि, क्रमिक आधार पर, शुद्ध घाटा जनवरी-मार्च तिमाही में दर्ज ₹416 करोड़ से कम रहा।
भाविश अग्रवाल के नेतृत्व वाली कंपनी का EBITDA घाटा ₹205 करोड़ (₹218 करोड़) रहा।
-
यह भी पढ़ें: धीमी लिस्टिंग के बाद ओला इलेक्ट्रिक ने 20% की बढ़त हासिल की
ओला इलेक्ट्रिक ने तिमाही के लिए ₹377 करोड़ का समायोजित सकल मार्जिन पोस्ट किया।
इस तिमाही में ओला इलेक्ट्रिक द्वारा वाहनों की अब तक की सर्वाधिक 1,25,198 यूनिट्स की डिलीवरी भी की गई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 70,575 यूनिट्स की डिलीवरी की गई थी।
कंपनी ने तिमाही के दौरान अपने मास-मार्केट स्कूटर पोर्टफोलियो (S1 X पोर्टफोलियो) की डिलीवरी में तेज़ी लाई, जिससे विकास में तेज़ी आई। मौजूदा उत्पाद पोर्टफोलियो (S1 Pro, S1 Air, S1 X+) में भी मज़बूत मांग देखी गई, जिससे तिमाही के दौरान विकास की गति जारी रही।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसके ऑटोमोटिव खंड (ई2डब्ल्यू) ने ईबीआईटीडीए मार्जिन में मजबूत सुधार दर्ज किया है और यह ईबीआईटीडीए ब्रेकईवन के करीब है।
कंपनी के ‘सेल’ डिवीजन ने पिछली तिमाही में ₹3 करोड़ के मुकाबले ₹4 करोड़ का समेकित राजस्व दर्ज किया। कंपनी ने वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही तक अपने वाहनों में अपने सेल को एकीकृत करने की घोषणा की है।
ओला इलेक्ट्रिक बड़े पैमाने पर और प्रीमियम सेगमेंट में अपने बहुप्रतीक्षित इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल पोर्टफोलियो को भी लॉन्च करेगी।
बुधवार को ओला इलेक्ट्रिक के शेयर बीएसई पर 2.6 फीसदी बढ़कर 111 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए।