छोटे और मध्यम उद्यम (एसएमई) तेजी से वित्तपोषण के लिए पूंजी बाजार की ओर रुख कर रहे हैं, जून 2023 तक एनएसई और बीएसई में 780 एसएमई सूचीबद्ध हैं, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया, इन कंपनियों ने लगभग 11,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं।
आर्थिक मामलों के विभाग में वित्तीय बाजार प्रभाग के निदेशक शेखर चौधरी ने कहा, “इन एसएमई का संयुक्त बाजार पूंजीकरण अब 1.6 लाख करोड़ रुपये से अधिक है।”
सीआईआई (पूर्व) पूंजी बाजार सम्मेलन के 10वें संस्करण में बोलते हुए चौधरी ने देश की आर्थिक वृद्धि और विकास में पूंजी बाजार की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
इस कार्यक्रम के दौरान एसएमई प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) पर एक रिपोर्ट जारी की गई।
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एक बयान के अनुसार, विशेषज्ञों ने इस बात पर चर्चा की कि पूंजी बाजार किस प्रकार एसएमई को देश के सकल घरेलू उत्पाद में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सशक्त बनाकर देश के आर्थिक भविष्य को संचालित कर सकता है।
चौधरी ने यह भी बताया कि सामाजिक उद्यम क्षेत्र में नौ एनजीओ ने सोशल एक्सचेंज प्लेटफॉर्म के माध्यम से 12 करोड़ रुपये जुटाए हैं। उन्होंने कहा, “करीब 100 एनजीओ वर्तमान में एनएसई और बीएसई में पंजीकृत हैं और भविष्य में धन जुटाने की तैयारी कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “कुल एयूएम में पश्चिम बंगाल का योगदान 5 प्रतिशत है, जो प्रति व्यक्ति पैठ के मामले में शीर्ष 10 राज्यों में शुमार है। एयूएम योगदान के मामले में कोलकाता शीर्ष पांच शहरों में शामिल है।”
बीएसई इंडिया की मुख्य नियामक अधिकारी कमला के. ने विश्वास व्यक्त किया कि 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में भारत की यात्रा में पूंजी बाजार एक प्रमुख चालक होगा।