समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने रविवार, 18 अगस्त को सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत प्राप्त आंकड़ों के हवाले से बताया कि भारत से निर्यात किए जाने वाले दो लोकप्रिय मसाला ब्रांडों में संदूषण के खतरे को देखते हुए कई देशों द्वारा कदम उठाए जाने के बाद, भारत में परीक्षण किए गए करीब 12 प्रतिशत मसाले भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतर पाए।
समाचार रिपोर्ट में उद्धृत आरटीआई के जवाब के अनुसार, एफएसएसएआई के आंकड़ों से पता चलता है कि मई और जुलाई के आरंभ के बीच परीक्षण किए गए 4,054 नमूनों में से 474 गुणवत्ता और सुरक्षा मापदंडों पर खरे नहीं उतरे।
रिपोर्ट के अनुसार, खाद्य एवं सुरक्षा मानक नियामक ने समाचार एजेंसी को बताया कि उसके पास उन ब्रांडों की विस्तृत जानकारी नहीं है जिनके मसालों का परीक्षण किया गया था, लेकिन नियामक इस स्थिति में शामिल कंपनियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई कर रहा है।
नियामक ने समाचार एजेंसी को बताया, “अनुरूप न पाए गए नमूनों पर कार्रवाई निर्धारित अनुसार की गई है।” उन्होंने मामले पर विस्तृत जानकारी दिए बिना भारतीय कानून के तहत जुर्माने का हवाला दिया।
एमडीएच और एवरेस्ट जैसे भारतीय ब्रांड भारत में सबसे लोकप्रिय हैं, जो मसालों का दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक, उत्पादक और उपभोक्ता भी है। समाचार एजेंसी ने बताया कि दोनों ब्रांडों ने समाचार एजेंसी को बताया कि उनके उत्पाद उपभोग के लिए सुरक्षित हैं। एमडीएच और एवरेस्ट अपने उत्पाद यूरोप, एशिया और उत्तरी अमेरिका में बेचते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, खाद्य एवं सुरक्षा मानक नियामक ने निरीक्षण किया, जिसमें मिश्रित मसाला मिश्रणों के नमूने लेना और परीक्षण करना शामिल था, क्योंकि हांगकांग ने अप्रैल 2024 में कीटनाशक के उच्च स्तर के कारण एमडीएच और एवरेस्ट ब्रांडों के कुछ मिश्रणों की बिक्री को निलंबित कर दिया था।
रिपोर्ट के अनुसार, यूनाइटेड किंगडम ने भारत से मसाला आयात पर नियंत्रण कड़ा कर दिया है; वहीं, न्यूजीलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि वे ब्रांडों से संबंधित मुद्दों पर विचार कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी ने आरटीआई आवेदन में परीक्षण में असफल रहे सभी नमूनों के खुले रिकार्ड की भी मांग की, लेकिन जवाब में कहा गया कि ऐसी कोई रिपोर्ट उपलब्ध नहीं है।
भारत दुनिया के सबसे बड़े मसाला निर्यातकों में से एक है। रिपोर्ट में उद्धृत सियोन मार्केट रिसर्च के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में इसका घरेलू मसाला बाजार 10.44 बिलियन डॉलर का था। रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च 2024 को समाप्त वर्ष तक देश ने मसालों और मसाला उत्पादों के निर्यात में 4.46 बिलियन डॉलर दर्ज किए।