सरकार ने सोने, चांदी के आभूषणों के निर्यात के लिए संशोधित अपव्यय मानदंडों का प्रस्ताव रखा

सरकार ने सोने, चांदी के आभूषणों के निर्यात के लिए संशोधित अपव्यय मानदंडों का प्रस्ताव रखा


सरकार ने गुरुवार को सोने, चांदी और प्लैटिनम आभूषणों के निर्यात के संबंध में अपव्यय की अनुमेय मात्रा से संबंधित संशोधित मानदंडों का प्रस्ताव रखा। विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने एक संचार में व्यापार और उद्योग से कहा कि वे इस व्यापार नोटिस के जारी होने की तारीख से सात दिनों के भीतर मानदंड समिति को अपने इनपुट/टिप्पणियाँ प्रस्तुत करें।

इसमें कहा गया है, “यह निदेशालय विभिन्न इकाइयों/स्थानों में उद्योग के दौरे के आधार पर सोने/प्लेटिनम/चांदी के आभूषणों के लिए संशोधित अपव्यय मानदंडों का प्रस्ताव कर रहा है।”

इससे पहले मई में सरकार ने इन नियमों को कड़ा किया था, जिस पर उद्योग जगत ने गंभीर चिंता जताई थी। उसके बाद डीजीएफटी ने पहले 31 जुलाई और फिर 15 सितंबर तक इन नियमों को स्थगित कर दिया था।

रत्न एवं आभूषण निर्यातकों ने आरोप लगाया था कि यह निर्णय लेने से पहले उनसे परामर्श नहीं किया गया।

मानक इनपुट-आउटपुट मानदंड (एसआईओएन) ऐसे नियम हैं जो निर्यात प्रयोजनों के लिए आउटपुट की एक इकाई के निर्माण के लिए आवश्यक इनपुट/इनपुट की मात्रा को परिभाषित करते हैं।

इनपुट आउटपुट मानदंड इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग, रसायन, मछली और समुद्री उत्पादों सहित खाद्य उत्पादों, हस्तशिल्प, प्लास्टिक और चमड़ा उत्पादों जैसे उत्पादों के लिए लागू हैं।

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