हैवेल्स इंडिया लिमिटेड ने अपने नए स्टूडियो मेडिटेट AP400 और AP250 एयर प्यूरीफायर पेश किए, जिसके बारे में कंपनी ने कहा कि इसमें “अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर इस्तेमाल की जाने वाली प्रणालियों से प्रेरित तकनीक” का इस्तेमाल किया गया है। कंपनी ने कहा कि एयर प्यूरीफायर धूल, बैक्टीरिया और फंगल बीजाणुओं सहित सूक्ष्म अशुद्धियों को खत्म करने के लिए फोटो-कैटेलिटिक ऑक्सीकरण का उपयोग करते हैं।
दोपहर 2.30 बजे एनएसई पर हैवेल्स इंडिया लिमिटेड के शेयर ₹0.95 या 0.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ ₹1,901 पर कारोबार कर रहे थे।
डिवाइस में एयर क्वालिटी इंडिकेटर (AQI) लगे हैं जो हवा की गुणवत्ता के आधार पर पंखे की गति को एडजस्ट करते हैं। कंपनी ने कहा कि वे IoT कनेक्टिविटी और वायरलेस फोन चार्जिंग क्षमताएं भी प्रदान करते हैं। AP400 मॉडल की स्वच्छ वायु वितरण दर (CADR) 400m²/h है, जबकि AP250 250m²/h प्रदान करता है।
हैवेल्स में इलेक्ट्रिक कंज्यूमर ड्यूरेबल्स के एसबीयू हेड दीपक बंसल ने कहा, “यह तकनीक सिर्फ़ दिखने वाले कणों को पकड़ने से कहीं आगे जाकर काम करती है; यह बैक्टीरिया, वायरस और वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों जैसी सूक्ष्म अशुद्धियों को सक्रिय रूप से लक्षित करती है और उन्हें बेअसर करती है, जिन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है। हमारा लक्ष्य एक ऐसा प्यूरीफायर बनाना था जो न सिर्फ़ आज के उपभोक्ताओं की अपेक्षाओं को पूरा करे बल्कि उनसे बढ़कर भी हो। हैवेल्स स्टूडियो मेडिटेट को अलग-अलग वातावरण में लगातार प्रदर्शन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो इसे किसी भी घर के लिए ज़रूरी बनाता है, खासकर ऐसे समय में जब घर के अंदर की हवा की गुणवत्ता स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के लिए बहुत ज़रूरी होती जा रही है।”