2024 के त्यौहारी सीजन से पहले, अमेज़न इंडिया ने अपने परिचालन नेटवर्क में 1.1 लाख से ज़्यादा मौसमी नौकरियों के अवसर पैदा करने की घोषणा की है। इस कदम का उद्देश्य मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता और अन्य प्रमुख शहरों में बढ़ती उपभोक्ता मांग को पूरा करना है।
भर्ती में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह की भूमिकाएँ शामिल हैं, ताकि खरीदारी के चरम समय के दौरान निर्बाध संचालन सुनिश्चित किया जा सके। इन नियुक्तियों में उल्लेखनीय हिस्सा हज़ारों महिला सहयोगियों और लगभग 1,900 विकलांग व्यक्तियों (PWD) का है।
विविध कार्यबल को नियुक्त करके, कंपनी का लक्ष्य महिलाओं और दिव्यांगजनों को अवसर प्रदान करना है, तथा उन्हें अपने पूर्ति और लॉजिस्टिक्स नेटवर्क में एकीकृत करना है।
अधिकांश नए कर्मचारी पहले ही अमेज़न में शामिल हो चुके हैं, तथा उनमें से कई त्यौहारी सीजन के बाद भी कंपनी के साथ काम करना जारी रखेंगे, जो दीर्घकालिक रोजगार सृजन और सामुदायिक प्रभाव पर अमेज़न के जोर को दर्शाता है।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले एवं खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने अमेज़न के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि एक लाख से अधिक मौसमी नौकरियों का सृजन करने की कंपनी की प्रतिबद्धता भारत के कार्यबल के लिए एक सराहनीय योगदान है।
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उन्होंने स्वास्थ्य, सुरक्षा और शैक्षिक कार्यक्रमों के माध्यम से सहयोगियों के कल्याण को प्राथमिकता देने वाली पहलों के साथ-साथ महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों को नौकरी पर रखने पर अमेज़न के फोकस की भी प्रशंसा की।
अमेज़न इंडिया के परिचालन के उपाध्यक्ष अभिनव सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि कंपनी का लक्ष्य त्योहारी सीजन के दौरान ग्राहकों को तेज और विश्वसनीय डिलीवरी प्रदान करना है, साथ ही सभी सहयोगियों की भलाई सुनिश्चित करना है।
अमेज़न ने अपने कार्यबल को सहयोग देने के लिए कई पहलों को क्रियान्वित किया है, जिसमें आश्रय परियोजना भी शामिल है, जो दिल्ली एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरु में डिलीवरी सहयोगियों के लिए विश्राम स्थल प्रदान करती है।
इसके अतिरिक्त, सुश्रुत स्वास्थ्य पहल ट्रक ड्राइवरों को व्यापक स्वास्थ्य देखभाल सहायता प्रदान करती है, तथा प्रतिधि छात्रवृत्ति, सहयोगियों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने में सहायता करती है।
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अमेज़न इंडिया ने सहयोगियों के लिए सुरक्षित और आरामदायक कार्य वातावरण सुनिश्चित करने के लिए उद्योग-अग्रणी बुनियादी ढाँचे के निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित किया है। इसमें सुरक्षित पेयजल, वातानुकूलित कैफेटेरिया और साइट पर चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध कराना शामिल है।
इसके अतिरिक्त, सहयोगियों को समृद्धि शिविर जैसी पहलों के माध्यम से वित्तीय कल्याण सहायता प्राप्त होती है, जो श्रमिकों को कौशल प्रदान करने में मदद करती है तथा उन्हें ई-श्रम और पीएम सुरक्षा बीमा योजना जैसे सरकारी सहायता कार्यक्रमों में नामांकित करके वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देती है।
अमेज़न का बढ़ता हुआ बुनियादी ढांचा नेटवर्क, जो 43 मिलियन क्यूबिक फीट भंडारण के साथ 15 राज्यों में फैला हुआ है, पूरे भारत में 1.4 मिलियन से अधिक विक्रेताओं को सहायता प्रदान कर रहा है।