बिजनेस-टू-कंज्यूमर (बी2सी) डिजिटल पहुंच के लिए तैयार किया गया यह अभियान पूरे भारत में प्राकृतिक गैस उपभोक्ताओं को लक्षित करता है।
इस श्रृंखला में चार लघु फिल्में शामिल हैं, जो एक भारतीय मध्यम वर्गीय परिवार की डी-पीएनजी, सी-पीएनजी, सीएनजी और औद्योगिक पीएनजी जैसे स्वच्छ ऊर्जा विकल्पों को अपनाने की यात्रा को दर्शाती हैं।
मिनी-सीरीज़ फ़ॉर्मेट में प्रस्तुत की गई इन फ़िल्मों का उद्देश्य दर्शकों को भावनात्मक और बौद्धिक रूप से जोड़ना है, तथा उन्हें स्वच्छ ईंधन की ओर बदलाव के लिए प्रोत्साहित करना है। अभिनेता श्रीकांत वर्मा, दिव्या जगदाले, लव विस्पुते और अहमद खान ने लघु फ़िल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं।
पर्यावरण वकालत में गेल के पिछले उपक्रमों में ओटीटी श्रृंखला ‘हवा बदले हस्सू’ और ‘मेघाज डिवोर्स’ और ‘एलिफेंट इन द रूम’ जैसी लघु फिल्में शामिल हैं।
गेल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संदीप कुमार गुप्ता ने इस बात पर जोर दिया कि यह अभियान प्राकृतिक गैस को पर्यावरण के प्रति जागरूकता के साथ एक स्मार्ट, सुरक्षित, किफायती और भविष्योन्मुखी विकल्प के रूप में रेखांकित करता है।
इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को अन्य ईंधनों की तुलना में प्राकृतिक गैस के स्वास्थ्य और पर्यावरणीय लाभों के बारे में शिक्षित करना है।
स्वच्छ ऊर्जा की ओर वैश्विक बदलाव के संदर्भ में, गेल सामाजिक और पर्यावरणीय प्रगति के लिए एक परिवर्तनकारी शक्ति के रूप में प्राकृतिक गैस की वकालत करने में अपने नेतृत्व का दावा करता है।
इस अभियान का उद्देश्य स्वच्छ एवं टिकाऊ ईंधन विकल्पों को व्यापक रूप से अपनाने को प्रेरित करना है, जिससे व्यक्तिगत कल्याण, सामुदायिक स्वास्थ्य और वैश्विक पर्यावरणीय स्थिरता में योगदान मिल सके।