यह सहयोग दवा विकास में ऑर्किड की विशेषज्ञता और सिप्ला के व्यापक वितरण नेटवर्क और बाजार में उपस्थिति का लाभ उठाता है, जिसका लक्ष्य इस नवीन संक्रमणरोधी दवा को यथासंभव कुशलतापूर्वक तैनात करना है।
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ऑर्किड फार्मा और सिप्ला के बीच साझेदारी ऑर्किड की अभिनव दवा विकास क्षमताओं को सिप्ला के व्यापक वितरण नेटवर्क और बाजार में मौजूदगी के साथ जोड़ती है। ऑर्किड फार्मा ने कहा, “सेफ़ेपाइम-एनमेटाज़ोबैक्टम का लॉन्च एएमआर के खिलाफ़ लड़ाई में भारत के दवा उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो एक बढ़ती वैश्विक स्वास्थ्य समस्या है, जो चिकित्सा नवाचार में भारत के नेतृत्व को मजबूत करती है।”
ऑर्किड फार्मा के प्रबंध निदेशक मनीष धानुका ने कहा, “ऑर्किड के सेफेपाइम-एनमेटाजोबैक्टम से डॉक्टरों को कार्बापेनेम्स को छोड़ने में मदद मिलेगी, जिससे उनके उपयोग को सीमित करके उनके प्रभावी जीवन को बढ़ाया जा सकेगा।”
कंपनी ने आगे कहा, “दोनों कंपनियां जिम्मेदार एंटीबायोटिक प्रबंधन के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस नए एंटीबायोटिक संयोजन का उचित उपयोग सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य पेशेवरों के साथ मिलकर काम करेंगी।”
सिप्ला के प्रबंध निदेशक एवं वैश्विक मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमंग वोहरा ने कहा, “यह साझेदारी एएमआर प्रबंधन के प्रति सिप्ला की प्रतिबद्धता को बढ़ाती है तथा संक्रामक रोगों से लड़ने और रोगियों को उन्नत, नवीन उपचार प्रदान करने के हमारे प्रयासों को मजबूत करती है।”
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बीएसई पर ऑर्किड फार्मा लिमिटेड के शेयर ₹22.40 या 1.93% की गिरावट के साथ ₹1,139.85 पर बंद हुए।