अमूल ने पहली बार मई 2022 में जैविक आटा लॉन्च करने के साथ जैविक उद्योग में कदम रखा। इसके तुरंत बाद उड़द दाल, चना दाल, मसूर दाल, मूंग, राजमा, चना जैसे आटे और दालें और बासमती और सोनमसूरी सहित विभिन्न प्रकार के चावल सहित जैविक उत्पादों की एक श्रृंखला शुरू की गई।
अमूल ने एक बयान में कहा कि इसका उद्देश्य न केवल उपभोक्ताओं की जैविक आवश्यकताओं को पूरा करना है, बल्कि उन किसानों को भी समर्थन देना है जो टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल पद्धतियां अपना रहे हैं।
अमूल ने बयान में कहा, “ये उत्पाद प्रमाणित जैविक किसानों से प्राप्त किए गए हैं, मान्यता प्राप्त जैविक परीक्षण प्रयोगशालाओं में परीक्षण किए गए हैं और प्रमाणित जैविक संयंत्रों में संसाधित किए गए हैं।”
अमूल का कहना है कि उसने यह सुनिश्चित किया है कि जैविक उत्पादों की कीमतें उचित हों, जिससे वे समाज के बड़े वर्ग के लिए किफायती और सुलभ बन सकें।
अमूल ने बयान में कहा कि उसका लक्ष्य अन्य शहरों और कस्बों में ऐसे 100 और विशेष आउटलेट खोलने का है।
जैविक स्टोर का शुभारंभ गांधीनगर स्थित अमूलफेड डेयरी में जैविक परीक्षण प्रयोगशाला के उद्घाटन के एक वर्ष बाद हुआ है।
अमूल के इन श्रेणियों में प्रवेश से डेयरी के अलावा अन्य श्रेणियों में भी विविधता आएगी। इसकी योजना चीनी, चाय और अन्य उत्पादों को लॉन्च करके ऑर्गेनिक श्रेणी का विस्तार करने की भी है। इसका वार्षिक कारोबार वर्तमान में लगभग ₹80,000 करोड़ है।