इस योजना के तहत, कैब एग्रीगेटर्स, डिलीवरी सेवा प्रदाताओं और ई-कॉमर्स संस्थाओं को, जिनके बेड़े में 25 से अधिक वाहन हैं, लाइसेंस प्राप्त करने के लिए पंजीकरण कराना होगा और इसमें उनके बेड़े के विद्युतीकरण के लिए समयसीमा भी निर्धारित की गई है।
इसमें कहा गया है कि नियमों का पालन न करने वाली कैब एग्रीगेटर्स पर योजना के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
इस योजना में प्रत्येक मामले में 5,000 रुपये से लेकर 1,00,000 रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है।
इसमें कहा गया है कि शामिल की गई कंपनियों में स्मार्टशिफ्ट लॉजिस्टिक्स, एएनआई टेक्नोलॉजीज, ओला, उबर इंडिया की मूल कंपनी, जोमैटो लिमिटेड, ब्लिंक कॉमर्स, स्विग्फी लिमिटेड, मोईविंग अर्बन टेक्नोलॉजीज और रोपेन ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज आदि शामिल हैं।
इन कंपनियों के वाहनों के बेड़े में इलेक्ट्रिक, पेट्रोल और सीएनजी से चलने वाले दो, तीन और चार पहिया वाहन शामिल हैं। आंकड़ों के अनुसार, सबसे बड़ा बेड़ा स्मार्टशिफ्ट लॉजिस्टिक्स के 50,000 से अधिक वाहनों का है, इसके बाद एएनआई टेक्नोलॉजीज के 36,000 से अधिक, ज़ोमैटो के 22,000 से अधिक और ब्लिंक कॉमर्स के 10,000 से अधिक वाहन हैं।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, “योजना को मिली प्रतिक्रिया इस बात का प्रमाण है कि व्यवसायों को टिकाऊ और कुशल शहरी गतिशीलता के हमारे दृष्टिकोण पर भरोसा है।”
उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल हरित गतिशीलता को बढ़ावा देगी बल्कि परिवहन क्षेत्र में सेवा गुणवत्ता और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए उच्च मानक भी स्थापित करेगी।
केजरीवाल सरकार ने नवंबर 2023 में ‘दिल्ली मोटर वाहन एग्रीगेटर और डिलीवरी सेवा प्रदाता योजना 2023’ को अधिसूचित किया था।
इस योजना ने शहर में कैन एग्रीगेटर्स, ई-कॉमर्स और डिलीवरी सेवा प्रदाताओं के व्यापक विनियमन और लाइसेंसिंग के लिए मंच तैयार कर दिया है।
इसमें वे लोग शामिल हैं जिनके बेड़े में 25 या अधिक मोटर वाहन (2W, 3W, और 4W, बसों को छोड़कर) हैं, जो अपनी सेवाओं के लिए उपभोक्ताओं से जुड़ने के लिए ऐप या वेब पोर्टल जैसे डिजिटल मध्यस्थ का उपयोग करते हैं।
इस योजना के अंतर्गत, सभी मौजूदा या नए ऑपरेटरों को योजना की अधिसूचना के 90 दिनों के भीतर या परिचालन शुरू करने से पहले लाइसेंस प्राप्त करना आवश्यक था।
एक बार लाइसेंस प्राप्त होने के बाद, यह पांच साल के लिए वैध होगा, जिसमें वार्षिक शुल्क लागू होगा, और इलेक्ट्रिक वाहनों के मामले में कोई शुल्क नहीं लगेगा। इसके अतिरिक्त, दो साल से कम पुराने वाहनों के लिए 50% छूट प्रदान की जाएगी।
इस योजना में लाइसेंस प्राप्त ऑपरेटरों के परिवहन बेड़े के विद्युतीकरण के लिए भी लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। दोपहिया (2W) यात्री वाहनों के लिए विद्युतीकरण लक्ष्य की समयसीमा 6 महीने है।
3W यात्री वाहनों के लिए, विद्युतीकरण की समयसीमा छह महीने में 10%, एक वर्ष में 25%, 2 वर्षों में 50%, 3 वर्षों में 75% और 4 वर्षों में 100% है। 4W यात्री वाहनों के लिए, विद्युतीकरण की समयसीमा 6 महीने में 5%, एक वर्ष में 15%, 2 वर्षों में 25%, 3 वर्षों में 50%, 4 वर्षों में 75% और 5 वर्षों में 100% है।
2W और 3W माल वाहनों के लिए विद्युतीकरण का लक्ष्य छह महीने में 10%, एक वर्ष में 25%, 2 वर्षों में 50%, 3 वर्षों में 75% और 4 वर्षों में 100% है।
4W वाहनों के लिए विद्युतीकरण का लक्ष्य 6 महीने में 5%, एक वर्ष में 15%, 2 वर्षों में 25%, 3 वर्षों में 50%, 4 वर्षों में 75% तथा 5 वर्षों में 100% है।