सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन (सुजुकी) ने भारत में सुजुकी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी सुजुकी आरएंडडी सेंटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) और बनास डेयरी के बीच बुनियादी समझौते के लिए तीन-पक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका उद्देश्य गुजरात में पांचवां बायोगैस उत्पादन संयंत्र स्थापित करना और साथ ही बायोगैस का उपयोग करके ग्रामीण गतिशीलता सेवा को बढ़ावा देना है।
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गुजरात के बनासकांठा जिले में बनास डेयरी सनादर प्लांट में शुक्रवार को समझौता ज्ञापन समापन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर बनास डेयरी के चेयरमैन शंकर चौधरी, एनडीडीबी के चेयरमैन मीनेश शाह और सुजुकी के अध्यक्ष तोशीहिरो सुजुकी मौजूद थे। यहां जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि इस समारोह में आस-पास के फार्मों से करीब 2,500 डेयरी किसान भी शामिल हुए।
तीनों पक्ष गुजरात के बनासकांठा जिले में चार बायोगैस उत्पादन संयंत्र स्थापित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। गुजरात के बनासकांठा जिले के थाराड में पांचवां बायोगैस उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए बुनियादी समझौता किया गया।
ग्रामीण गतिशीलता सेवा का उद्देश्य मारुति सुजुकी के सीएनजी वाहनों के लिए बायोगैस ईंधन का उपयोग करके ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों को स्वच्छ और किफायती परिवहन के अवसर प्रदान करना है। यह सेवा शुरू में बनासकांठा जिले में शुरू होगी। सुजुकी ने कहा, “बनास डेयरी और एनडीडीबी के साथ सहयोग करके, हम दो नए व्यवसाय शुरू करेंगे: बायोगैस उत्पादन संयंत्र और ग्रामीण गतिशीलता सेवा। तीनों दलों के प्रत्येक सदस्य जीवनशैली का एक नया मॉडल बनाने और बनासकांठा जिले के विकास में योगदान देने के लिए विचार देंगे।”