भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने 13 अगस्त को एनपीसीआई भीम सर्विसेज (एनबीएसएल) (जिसे पहले भारत इंटरफेस फॉर मनी (भीम) के नाम से जाना जाता था) को पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में शामिल करने की घोषणा की।
एनपीसीआई ने एक बयान में कहा कि इस विकास का उद्देश्य डिजिटल लेनदेन की बढ़ती मांग और बाजार की बदलती अपेक्षाओं को पूरा करना है, साथ ही नवाचार और तेजी से बदलती ग्राहक प्राथमिकताओं के साथ तालमेल बनाए रखना है।
इसमें कहा गया है कि इसका उद्देश्य वित्तीय समावेशन को भी बढ़ावा देना है।
ललिता नटराज एनबीएसएल की सीईओ होंगी।
राहुल हांडा मुख्य व्यवसाय अधिकारी (सीबीओ) होंगे, जिनके पास वित्तीय संस्थानों और परामर्श फर्मों में दो दशकों का अनुभव है।
2008 में स्थापित, एनपीसीआई भारत में खुदरा भुगतान और निपटान प्रणाली संचालित करता है।
इसने RuPay कार्ड, तत्काल भुगतान सेवा (IMPS), एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) और भारत बिलपे जैसे उत्पादों के साथ देश में भुगतान के तरीकों को बदल दिया है।