अखिल केरल स्वर्ण एवं रजत व्यापारी संघ (एकेजीएसएमए) ने कहा है कि भारत सरकार द्वारा सोने पर आयात शुल्क को 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत करने के कदम से केरल के बाजारों में इस बहुमूल्य धातु की तस्करी में कमी आई है।
एसोसिएशन के राज्य कोषाध्यक्ष एस अब्दुल नासर ने कहा कि तस्करी के मामलों में काफी हद तक कमी आने के साथ ही सोने का व्यापार तेजी से बढ़ने लगा है, जिससे केरल में स्वर्ण आभूषण बाजार को पुनः जीवन मिल रहा है।
नासर ने बताया कि इससे पहले, पिछले महीने तक एक किलो सोने की तस्करी से 9 लाख रुपये का मुनाफा होता था, जो अब घटकर 3 लाख रुपये रह गया है, जिससे क्षेत्र में कई वाहक एजेंट अवैध व्यापार से दूर रहने लगे हैं।
खाड़ी व्यापार में गिरावट
उन्होंने कहा कि भारत में आयात शुल्क में कटौती के कारण खाड़ी देशों में सोने के व्यापार में गिरावट की खबरें हैं। पहले, केरल में एक सॉवरेन (8 ग्राम) सोने की तस्करी के लिए एक वाहक को ₹5,000 मिलते थे और यह घटकर ₹1,000 रह गया है। उन्होंने कहा कि अगर घरों में मौजूद सोने को रीसाइक्लिंग में बदल दिया जाए तो आयात को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके अलावा, सोने पर कर को तीन से घटाकर 0.5 प्रतिशत करने से समानांतर सोने के व्यापार पर लगाम लगाने और कर राजस्व बढ़ाने में मदद मिलेगी, उन्होंने कहा।