आईटी सेवा कंपनी विप्रो लिमिटेड ने गुरुवार (6 जून) को कहा कि कंपनी को एक अग्रणी अमेरिकी संचार सेवा प्रदाता द्वारा 500 मिलियन डॉलर का अनुबंध दिया गया है।
स्टॉक एक्सचेंज को दी गई सूचना के अनुसार, इस सौदे के तहत विप्रो पांच वर्ष की अवधि में विभिन्न उत्पादों और उद्योग-विशिष्ट समाधानों के लिए प्रबंधित सेवाएं प्रदान करेगी।
विप्रो ने मार्च तिमाही में अपने समेकित शुद्ध लाभ में 7.8% की साल-दर-साल गिरावट दर्ज की, जो ₹3074.5 करोड़ से लगभग ₹2,834.6 करोड़ रह गई। वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में विप्रो का परिचालन राजस्व 4.2% घटकर ₹22,208.3 करोड़ रह गया।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के लिए अपने पूर्वानुमान में कहा, “हमें उम्मीद है कि हमारे आईटी सेवा व्यवसाय खंड से राजस्व 2,617 मिलियन डॉलर से 2,670 मिलियन डॉलर की सीमा में होगा। यह निरंतर मुद्रा शर्तों में 1.5% से 0.5% के अनुक्रमिक मार्गदर्शन में तब्दील होता है।”
वित्त वर्ष 2024 के लिए परिचालन से प्राप्त राजस्व 89,760.3 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में लगभग 0.8% कम है। शुद्ध लाभ घटकर 11045.2 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 2.6% कम है।
बीएसई पर विप्रो लिमिटेड के शेयर ₹9.45 या 2.09% की बढ़त के साथ ₹461 पर बंद हुए।